शरीर की लम्बाई बढ़ाने के लिए करे ये योगासन | दिनों में ही देखे इन योगासनों के चमत्कारी असर |
इस लेख में हम आपको बताएँगे की ये योगासन द्वारा आप अपने शरीर की लम्बाई कैसे दिन प्रतिदिन बढ़ा सकते है | हर व्यक्ति की अपनी ख्वाईस होती है की वो स्वस्थ और लम्बा तगड़ा दिखे | किन्तु कुछ लोगों का यह स्वप्न | स्वप्न ही रह जाता है | किन्ही कारण वश उनकी लम्बाई में विर्धि नहीं हो पाती है दोस्तों | हम आपके लिए लाये है कुछ ऐसे योगासन जिनको प्रयोग से आपकी लम्बाई तो बढे ही गई और साथ में आपके कई रोग भी खत्म होंगे | अगर आप हर उपाय अपनाकर थक गए है फिर भी आपकी हाइट नहीं बढ़ रही हैं, तो आप इन योगासनों को ट्राई करें। जिससे आपकी हाइट को बढ़ेगी ही साथ ही आपकी शरीर हेल्दी और स्फूर्ति भरा रहेगा। आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसकी हाइट अच्छी हो। क्योंकि इससे आपकी पर्सनालिटी में फर्क पडता है। कई बार हमारा कद कम होने से हमें लोग छोटू, बौना और न जाने किस-किस नाम से बुलाते है। जिसके कारण हमे शर्मिदा का सामाना करना पडता है। साथ ही हमारा आत्म विश्वास गिरता जाता है। हम अपनी लम्बाई बनाने के लइए क्या नहीं करते हैय़ तरह-तरह के दवाओं का सेवन करते है | जानिए इन योगासनों के बारें में।
भुजंगासन :-
विधि :-
इस लेख में हम आपको बताएँगे की ये योगासन द्वारा आप अपने शरीर की लम्बाई कैसे दिन प्रतिदिन बढ़ा सकते है | हर व्यक्ति की अपनी ख्वाईस होती है की वो स्वस्थ और लम्बा तगड़ा दिखे | किन्तु कुछ लोगों का यह स्वप्न | स्वप्न ही रह जाता है | किन्ही कारण वश उनकी लम्बाई में विर्धि नहीं हो पाती है दोस्तों | हम आपके लिए लाये है कुछ ऐसे योगासन जिनको प्रयोग से आपकी लम्बाई तो बढे ही गई और साथ में आपके कई रोग भी खत्म होंगे | अगर आप हर उपाय अपनाकर थक गए है फिर भी आपकी हाइट नहीं बढ़ रही हैं, तो आप इन योगासनों को ट्राई करें। जिससे आपकी हाइट को बढ़ेगी ही साथ ही आपकी शरीर हेल्दी और स्फूर्ति भरा रहेगा। आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसकी हाइट अच्छी हो। क्योंकि इससे आपकी पर्सनालिटी में फर्क पडता है। कई बार हमारा कद कम होने से हमें लोग छोटू, बौना और न जाने किस-किस नाम से बुलाते है। जिसके कारण हमे शर्मिदा का सामाना करना पडता है। साथ ही हमारा आत्म विश्वास गिरता जाता है। हम अपनी लम्बाई बनाने के लइए क्या नहीं करते हैय़ तरह-तरह के दवाओं का सेवन करते है | जानिए इन योगासनों के बारें में।
भुजंगासन :-
विधि :-
- इसे करने के लिए सर्वप्रथम पेट के बल लेट जाएं।
- इसके बाद हथेली को कंधे के सीध में रखे|
- आपके दोनों पैरों के बीच दुरी नहीं होना चाहिए, तथा पैर तने हुए होना चाहिए|
- इसके बाद साँस ले और शरीर के अगले भाग को ऊपर की और उठाये|
- इस वक्त एक बात का ख्याल रहे की कमर पर ज्यादा खिंचाव ना आने पाए|
- कुछ सेकंड्स इसी अवस्था में बने रहे|
- फिर गहरी सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाये|
- शुरुवाती दौर में इसे दो से तीन बारे करे और धीरे धीरे करने का समय बढाते जाये|
- यह पीठ दर्द के लिए लाभकारी आसन है|
- गले संबंधी रोगों में यह आसन फायदेमंद है|
- इस आसन से छाती चौड़ी होती है, इसलिए लडको के लिए यह आसन बहुत लाभकारी है|
- भुजंगासन के नियमित अभ्यास से कमर से सम्बन्धित परेशानियां जैसे कमर में दर्द आदि दूर होती है| दरहसल यह कमर को अधिक सक्रिय और उर्जावान बनाता है|
- भुजंगासन पैंक्रियाज को सक्रिय करता है जिसके चलते सही मात्रा में इन्सुलिन बनने लगता है इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोगो को यह आसन जरुर करना चाहिए|
- इससे मासिक संबंधी समस्याओ जैसे अनियमित पीरियड्स, पेट में दर्द, कमर दर्द आदि में लाभ मिलता है|
- जिन लोगो का पेट आगे की और निकला हुआ है उन्हें इस आसन को करने से लाभ मिलता है, इससे पेट की चर्बी कम होती है|
- जिन लोगो के कार्यस्थल पर बहुत तनाव वाला वातावरण रहता है उन्हें इस आसन का अभ्यास करने से तनाव से मुक्ति मिलती है और मन शांत रहता है|
- इस आसन को करने से थकान जल्दी नहीं होती है|
पश्चिमोत्तानासन :-
विधि :-
ताड़ासन :-
विधि :-
हलासन हमारे शरीर को लचीला बनाता है। हमारी रीढ़ की हड्डी सदा जवान रहती है। साथ ही हमारी गर्दन, पीठ, कमर के दर्द को काम करता है और वजन घटने में
विधि :-
हमारे लेख को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद दोस्तों | आशा करता हूँ के योगासन के बारे में पढ़कर आपको अच्छा लगा होगा | और योगासनों के द्वारा अपना कद बढ़ाये और हमरे अन्य लेख को भी पढ़े |
विधि :-
- सबसे पहले आप जमीन पर बैठ जाएं।
- अब आप दोनों पैरों को सामने फैलाएं।
- पीठ की पेशियों को ढीला छोड़ दें।
- सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर लेकर जाएं।
- फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुके।
- आप कोशिश करते हैं अपने हाथ से उँगलियों को पकड़ने का और नाक को घुटने से सटाने का।
- धीरे धीरे इस की अवधि को बढ़ाते रहे।
- यह एक चक्र हुआ।
- इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करें।
- अगर आपको अपनी पेट की चर्बी कम करनी हो तो इस आसन का नियमित अभ्यास करें। यह पेट को कम करने के साथ साथ कमर को पतला करने में भी मदद करता है।
- इसका नियमित अभ्यास करने से पेट की पेशियां मजबूत होती है जो पाचन से सम्बंधित परेशानियां जैसे कब्ज, अपच को दूर करने में सहायक है|
- श्चिमोत्तानासन के अभ्यास से आप गुर्दे की पथरी को रोक सकते हैं।
- इस आसन के अभ्यास से पुरे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर हो जाता है जो चेहरे पर तेज लाता है, कमजोरी को दूर करता है।
- इस आसन के अभ्यास से त्वचा रोगों को दूर करने में सहायता मिलती है।
विधि :-
- इसके लिए सबसे पहले आप खड़े हो जाए और अपने कमर एवं गर्दन को सीधा रखें।
- अब आप अपने हाथ को सिर के ऊपर करें और सांस लेते हुए धीरे धीरे पुरे शरीर को खींचें।
- खिंचाव को पैर की अंगुली से लेकर हाथ की अंगुलियों तक महसूस करें।
- इस अवस्था को कुछ समय के लिए बनाये रखें ओर सांस ले सांस छोड़े।
- फिर सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे अपने हाथ एवं शरीर को पहली अवस्था में लेकर आयें।
- इस तरह से एक चक्र पूरा हुआ।
- कम से कम इसे तीन से चार बार प्रैक्टिस करें।
- इसके अभ्यास करने से पुरे शरीर का दर्द व पीड़ा को कम किया जा सकता है।
- इस आसन को नियमित रूप से किया जाए तो सायटिका का दर्द बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
- ताड़ासन योग पैरों की समस्यां जैसे सूजन, दर्द, सुन्न, जलन और झनझनाहट के लिए काफी लाभदायक है |
- इस योग को ठीक तरह से करने से आपकी एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से शरीर में संतुलन का अच्छा खासा प्रभाव देखा जा सकता है।
- यह आसन बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए अतिउत्तम योगाभ्यास है। उचाई बढ़ाने के लिए 6 से 20 साल के बच्चों को यह आसन करवाया जाता है। अगर आप इसको किसी योग विशेषज्ञ के सामने करते है तो परिणाम की सम्भावना बहुत बढ़ जाती है |
हलासन हमारे शरीर को लचीला बनाता है। हमारी रीढ़ की हड्डी सदा जवान रहती है। साथ ही हमारी गर्दन, पीठ, कमर के दर्द को काम करता है और वजन घटने में
विधि :-
- सबसे पहले किसी समतल जहग पर अपनी चटाई बिछा ले
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- अब अपनी पीठ के बल लेट जाए। और एड़ी के पंजे मिला ले।
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- हाथो की हथेलिया को भूमि पर रखकर कोहनियो कमर सटाए रखे।
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- अब श्वास छोड़े और दोनों पैरो को एक दूसरे के साथ सटाते हुए ऊपर की और उठाए।
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- पहले 60 फिर 90 डिग्री के कोण तक धीरे धीरे आसमान की और उठाए।
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- फिर हथेलियों को भूमि पर दबाते हुए हथेलियों के सहारे पैरो को सिर की और झुकाए और पैरो के पंजो को जमीन पर टिकाने की कोशीश करे।
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- अब आप के दोनों हाथ जमीन पर रख दीजिये।
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- अब सुविधानुसार इस स्थिती में आप जितने समय रह सकते है उतने समय रहिए।
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- पहले 1 -2 मिनट बाद में आप टाइम बढ़ा सकते हो।
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- अब धीरे धीरे अपनी पूर्व स्थिती में आ जाए |
- हलासन से हमारी रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है। जिससे हमें पीठ से सबंधित कोई शिकायत नहीं होती।
- मेरुदंड संबधी नाड़ियो के स्वास्थ की रक्षा होकर वृद्धाअवस्था के लक्षण जल्दी नहीं आते।
- हलासन के नियमित अभ्यास से अजीर्ण ,कब्ज , थाइरोइड के विकार , असमय वृद्धत्व, दमा, कफ, रक्तविकार, सिरदर्द अदि दूर होता है।
- कंधे गर्दन पीठदर्द कमरदर्द अदि से छुटकारा मिलता है।
- लिवर प्लीहा बढ़ गए हो तो हलासन से सामान्य अवस्था में आ जाते है।
- शरीर बलवान और तेजस्वी बनाता है।
- हलासन से हमारे कमर और पेट की चर्बी कम होती है।और शरीर सुडौल बनाता है।
- यह आसन बांझपन को भी दूर करने में फायदेमंद है
- नींद न आने के समस्या को भी कई हद तक दूर करता है।
हमारे लेख को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद दोस्तों | आशा करता हूँ के योगासन के बारे में पढ़कर आपको अच्छा लगा होगा | और योगासनों के द्वारा अपना कद बढ़ाये और हमरे अन्य लेख को भी पढ़े |





3 Comments
Do tell your opinion friends thnxx.
ReplyDeleteDhasu bhai mast likha hai ye
ReplyDeletethnx friend
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